आप भक्तों के स्नेह और श्रद्धा की वजह से आज के लिए समस्त चढावे समाप्त हो चुके है| इसलिए ये सेवा आज के लिए उपलब्ध नहीं है| आप अन्य दिन इस सेवा का लाभ उठा सकते है | असुविधा क लिए खेद है|
मां गंगा को चढ़ावे में निम्न सामग्री का उपयोग किया जाता है- माँ गंगा की आरती - ग्रंथों के अनुसार माँ गंगा की आरती करने से भक्तों के समस्त कष्ट और पाप शीघ्र ही धुल जाते हैं। दीपक - पितृ दोष के साथ अन्य दर्द और तकलीफों से मुक्ति पाने के लिए माँ गंगा को दीपक अर्पित करें। मछली का दाना - मान्यताओं के अनुसार यदि गंगा नदी में स्थित मछलियों को दाना डालो तो माँ गंगा प्रसन्न होती हैं। इसलिए अशुभता दूर करने के लिए मछली को दाना अर्पित करें। फूलों की टोकरी - मानसिक एवं शारीरिक शांति के साथ ही पारिवारिक सुख शांति और समृद्धि के लिए माँ गंगा को फूलों का पात्र चढ़ाएं।
माता गंगा को चढ़ावा अर्पित करने पर मानसिक, शारीरिक और आर्थिक समस्याओं के साथ ही समस्त प्रकार के कष्ट और गंभीर परेशानियों के समाधान शीघ्र ही मिल जाते हैं।
अपने या अपने परिवार के नाम से चढ़ावा चढ़ाने के लिए सबसे पहले चढ़ावे का चुनाव करें फिर संकल्प के लिए अपना नाम दर्ज करें और अंत में दान राशि का भुगतान करें। राशि का भुगतान करने के तीन, चार दिन के अंदर आपके संकल्प के साथ चढ़ावा चढ़ा दिया जाएगा। जिसकी फोटो एवं वीडियो, डिजिटल प्रमाण पत्र के साथ आपको प्रदान की जाएगी। जिसे आप अपनी प्रोफाइल डिटेल में देख सकते हैं।
ग्रंथों के अनुसार गंगा में के चरणों में चढ़ावा चढ़ाने से यजमान के समस्त कष्ट और पाप धुल जाते हैं। हर दिन संध्या होने पर मध्यम प्रकाश में प्रसिद्ध गंगा आरती होती है और भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए चढ़ावा अर्पित करते हैं।
ग्रंथों के अनुसार गंगा में के चरणों में चढ़ावा चढ़ाने से यजमान के समस्त कष्ट और पाप धुल जाते हैं। हर दिन संध्या होने पर मध्यम प्रकाश में प्रसिद्ध गंगा आरती होती है और भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए चढ़ावा अर्पित करते हैं।