दूध- श्रीकृष्ण के स्वरूप गिरिराज जी को दूध बेहद प्रिय है। गिरिराज मुखारविंद मंदिर में दूध का भोग लगाने से भक्तों को नकारात्मक ऊर्जाओं से लड़ने की शक्ति मिलती है। आलू की जलेबी- गिरिराज जी को आलू की जलेबी का भोग लगाने से पारिवारिक और दांपत्य जीवन में मिठास बढ़ती है। वस्त्र- शास्त्रों में कहा गया है कि वस्त्रों के दान करने से व्यक्ति के जीवन की समस्याओं का अंत होता है. उसे कई सफलताएं हाथ लगती है।
गिरिराज मुखारविंद मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यदि भक्त सच्ची आस्था, प्रेम-भाव से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना से पापों का नाश, कल्याण की प्राप्ति, अंतःकरण की शुद्धि, परमात्मा की भक्ति और वैराग्य युक्त ज्ञान-ज्ञान की प्राप्ति होती है।
1- गिरिराज मुखारविंद मंदिर जी को चढ़ावा अर्पित करने के लिए भेंट का चयन करें। 2- भेंट का चुनाव करने के बाद संकल्प के लिए अपना नाम दर्ज करें। 3- अंत में राशि का भुगतान करने के यूपीआई/नेट बैंकिंग/डेबिट/कार्ड का चुनाव करें। 4- राशि भुगतान के 3-4 दिन के बाद आपकों डिजिटल चढ़ावा सर्टिफिकेट/वीडियो प्रदान किया जाएगा।
चढ़ावा सेवा में किसी प्रकार की समस्या हुई तो क्या करें? श्री मंदिर चढ़ावा सेवा में आपको हुई असुविधा के लिए हमें अत्यंत खेद है। अगर आपको श्री मंदिर चढ़ावा सेवा से किसी भी प्रकार की समस्या है, जैसे- 1- अभी तक चढ़ावा पूरा क्यों नहीं हुआ? 2- चढ़ावा का वीडियो नहीं आया 3- चढ़ावे में आपका नाम गलत या न बोला गया हो 4- कोई अन्य समस्या चढ़ावा सेवा से जुड़ी तो आप हमें दिए हुए नंबर पर संपर्क कर सकते हैं या व्हाट्सप्प मेसेज कर सकते है - 8904096655