🔱जहां साक्षात श्री राम ने किया दान पुण्य का कार्य! गया के उसी पवित्र स्थान पर आप भी अमावस्या तिथि पर पितृ महादान करें!🔱
🛕अमावस्या तिथि पर दान सेवा का महत्व!
पुराणों के अनुसार, अमावस्या तिथि पर पितृगण पृथ्वी पर भ्रमण करते हैं, जिस कारण इस समय पंडो की दान सेवा करने से पितरों की तृप्ति होती है! यह तिथि न केवल पितृ शांति का माध्यम है, बल्कि आत्मा की उन्नति एवं शुभ फलों की प्राप्ति का सशक्त मार्ग भी है!
🛕 महादान कहाँ होगा?
यह महादान मोक्षतीर्थ गया में होगा। इस क्षेत्र को पुराणों में पितृमोक्ष हेतु महादान की सर्वोच्च भूमि कहा गया है! पुराणों में वर्णित है, कि स्वयं श्री राम ने अपने पिता दशरथ जी की मोक्ष प्राप्ति हेतु गया में ब्राह्मणों की दान सेवा की थी! जिस कारण इस स्थान पर ब्राह्मण महादान से पितरों की शांति एवं अक्षय फल की प्राप्ति होती है!
🔱तो गया में पवित्र महादान करें एवं श्री हरि कृपा से पुण्य पाएं!🔱