🕉️ शनि जयंती पर शनि शांति केंद्र नवग्रह शनि मंदिर में नवग्रह दोष शांति महायज्ञ में आहुति दान करें- शनि वक्र दृष्टि से सुरक्षा पाएं।
🪐 नवग्रहों में सबसे कठोर ग्रह शनिदेव का जन्म व्यक्ति को उनके कर्मों का फल देने के लिए हुआ हैं। यह जब न्याय करते हैं, तो त्रिदेव भी सिर्फ मुक दर्शक बनकर देखते है। नवग्रह अधिपति देवों के देव महादेव भी इनकी वक्र दृष्टि से नहीं बच पाएं थे।
🔱 ऐसे में शनि जयंती वर्ष का सबसे सर्वोतम अवसर है। जब नवग्रह दोष निवारण महायज्ञ में हिस्सा लें आप उनकी विशेष कृपा पा सकते हैं।
🌟 कैसे होगी आहुति सेवा?
🔹 शनि जयंती पर विशेष महायज्ञ।
🔹 आपके नाम संकल्प से महायज्ञ में आहुति अर्पण।
🔹 यह आहुति दान प्रक्रिया अनुभवी परोहितों द्वारा संपन्न की जाएगी।
📍 कहाँ होगा आहुति दान?
🛕 उज्जैन स्थित नवग्रह शनि मंदिर में- करीब 2000 वर्ष प्राचीन शनि शांति केंद्र।
🌟 तो देर न करें, शनि जयंती पर इस दिव्य महायज्ञ में आहुति दें।