image
downloadDownload

गोवर्धन मंत्र

गोवर्धन मंत्र की शक्ति जानें! ये मंत्र कैसे लाएगा आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि? जानें अब!

गोवर्धन पूजा के बारे में

गोवर्धन पूजा का महत्व प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण से जुड़ा है। यह पर्व हमें सिखाता है कि हमें पर्वत, नदियों, पेड़ों और पशुओं का सम्मान करना चाहिए। भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पूजा के माध्यम से यह संदेश दिया कि हमें ईश्वर की बजाय प्रकृति की सेवा करनी चाहिए, क्योंकि यह ही जीवन का आधार है।

गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो दिवाली के अगले दिन मनाया जाता है। इस पर्व का संबंध भगवान श्रीकृष्ण से है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाकर ब्रजवासियों को इंद्र देव के प्रकोप से बचाने की लीला का स्मरण किया जाता है। गोवर्धन पर्वत को प्रकृति का प्रतीक माना जाता है। इस पूजा के माध्यम से प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। इस पर्व का संदेश है कि हमें अहंकार का त्याग करके प्रकृति और सभी जीवों के प्रति सम्मान रखना चाहिए।

अगर आप भगवान कृष्ण को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनकी स्तुति और मंत्र का जाप अवश्य करें, जो इस प्रकार है

गोवर्धन पूजा मंत्

share
“गोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक। विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव।।”

श्री कृष्ण का शक्तिशाली मंत्र

share
“श्री कृष्णाय वयं नुम: सच्चिदानंदरूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे। तापत्रयविनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुम:।। ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात”
divider
Published by Sri Mandir·December 3, 2024

Did you like this article?

आपके लिए लोकप्रिय लेख

और पढ़ेंright_arrow
srimandir-logo

श्री मंदिर ने श्रध्दालुओ, पंडितों, और मंदिरों को जोड़कर भारत में धार्मिक सेवाओं को लोगों तक पहुँचाया है। 50 से अधिक प्रसिद्ध मंदिरों के साथ साझेदारी करके, हम विशेषज्ञ पंडितों द्वारा की गई विशेष पूजा और चढ़ावा सेवाएँ प्रदान करते हैं और पूर्ण की गई पूजा विधि का वीडियो शेयर करते हैं।

Address:

Firstprinciple AppsForBharat Private Limited 435, 1st Floor 17th Cross, 19th Main Rd, above Axis Bank, Sector 4, HSR Layout, Bengaluru, Karnataka 560102

Play StoreApp Store

हमे फॉलो करें

facebookinstagramtwitterwhatsapp

© 2025 SriMandir, Inc. All rights reserved.